एकीकृत शाला शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बघुवार में गाजरघास जागरूकता सप्ताह 2025 के अंतर्गत एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर एवं एकीकृत शाला शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बघुवार के सहयोग से किया गया।। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षकों को गाजरघास की हानिकारक प्रकृति तथा इसके नियंत्रण उपायों की जानकारी प्रदान करना था, ताकि समाज में इसके विरुद्ध सामूहिक चेतना और भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ। विद्यालय के प्राचार्य श्री किशोरी लाल चौधरी जी ने अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि डॉ. पी. के. सिंह, प्रधान वैज्ञानिक एवं गाजरघास जागरूकता सप्ताह 2025 के समन्वयक ने अपने संबोधन में गाजरघास के कृषि उत्पादन, मानव-जीवन और पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में जागरूकता फैलाकर ही इस खरपतवार उन्मूलन अभियान को गति दी जा सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि गाजरघास के प्रभावी प्रबंधन हेतु चकौड़ा एवं देशी गेंदे जैसी प्रतिस्पर्धी पौधों का प्रयोग उपयोगी है। इस दौरान गाजरघास के जैविक नियंत्रण हेतु प्राकृतिक शत्रु मैक्सिकन बीटल का प्रदर्शन किया गया तथा प्रतिभागियों को इसके बॉक्स उपलब्ध कराए गए, जिन्हें प्रभावित क्षेत्रों में छोड़ने के लिए प्रेरित किया गया। इसके उपरांत विद्यार्थियों और विद्यालय स्टाफ द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई तथा विद्यालय परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में मैक्सिकन बीटल छोड़े गए।
लगभग 100 छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, स्टाफ सदस्यों और प्रेस प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी की। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस अवसर पर डॉ. अर्चना अनोखे, डॉ. दीपक पवार, डॉ. दीक्षा एम. जी., श्री संदीप धगट (सीटीओ), श्री एम. के. मीणा (एसीटीओ) तथा विद्यालय परिवार की उपस्थिति रही।