भा.कृ.अनु.प.-खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर में हिन्दी पखवाड़ा दिनांक 15-29 सितंबर, 2025 तक आयोजित किया गया। हिन्दी पखवाडा़ के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि श्री राजीव कुमार शुक्ल, अतिरिक्त महानिदेशक (से.नि.), प्रसार भारती, नई दिल्ली उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्री राजीव कुमार शुक्ल, निदेशालय के निदेशक डॉ. जे.एस. मिश्र, डॉ. पी.के. सिंह प्रधान वैज्ञानिक/सह-अध्यक्ष राजभाषा एवं श्री एम.के. मीणा, प्रभारी राजभाषा द्वारा किया गया। हिन्दी पखवाड़े के दौरान राजभाषा के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु निदेशालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिनमें आलेखन एवं टिप्पण, तात्कालिक निबंध लेखन, हिन्दी शुद्धलेखन, कम्प्यूटर में यूनिकोड पर टाइपिंग, अंताक्षरी, प्रश्नमंच एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताएं प्रमुख थी।
निदेशक एवं मुख्य अतिथि के कर कमलों से प्रोत्साहन योजना के तहत निदेशालय में वर्ष भर 20,000 से अधिक हिन्दी शब्द लिखने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय नगद पुरस्कार एवं प्रतियोगिताओ के विजेता को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये। इस अवसर पर निदेशालय के हिन्दी प्रकाशन “तृण संदेष“, “खरपतवार समाचार“, “निदेषालय की महत्वपूर्ण उपलब्धियॉ“ एवं विस्तार पत्रिका रबी फसलो में खरपतवार प्रबंधन का विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि भाषा कि सुदंरता उसके वैविध्य में है। हिन्दी स्वंतत्रता संग्राम से ही हमारी सम्पर्क भाषा रही है इसलिए इसे राजभाषा के रूप में अंगीकृत किया गया है। भाषा एक दूसरे की सहेलियां है, यह हमें आपस में जोड़ती है। भाषा प्रेम एवं संवाद का माध्यम होती है इस दृष्टि से हमारी हिन्दी भाषा समृद्ध एवं प्रभावशाली है।
डॉ. जे.एस. मिश्र ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हिन्दी एक भाषा ही नही हमारी विरासत भी है जिसे कायम रखना हमारा कर्तव्य है। हिन्दी भाषा की मौलिकता, वैज्ञानिकता, सरलता एवं सहजता साथ ही अन्य सभी भाषाओं को स्वीकार्य करना ही इसकी वास्तविक शक्ति है। डॉ. पी.के. सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि विविधता में एकता लाने एवं राष्ट्रीय पहचान को मजबूत करने में हिंदी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इंटरनेट और सूचना प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग ने हिंदी के उपयोग को बढ़ावा दिया है, जिससे यह और भी प्रासंगिक हो गई है। डॉ. सिंह ने पखवाड़े के दौरान आयोजित समस्त प्रतियोगिताओं का विवरण दिया एवं प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा की। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन श्री एम.के. मीणा, प्रभारी राजभाषा द्वारा किया गया, कार्यक्रम को सफल बनाने में रा.का. समिति एवं विभिन्न समितियों के सदस्यों का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम मे निदेशालय के समस्त वैज्ञानिक/अधिकारी/कर्मचारी एवं छात्र उपस्थित रहें।